Ravichandran Ashwin Retirement: हैलो दोस्तों आज हम बात करेंगे की महान स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 38 साल की उम्र में उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा की है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बीच में उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा की अश्विन ने सीरीज बीच में छोड़कर लौटेंगे घर।अश्विन के जीवन कुछ महान रिकार्ड के बारें मे बात करेंगे इस लेख में ।
Ravichandran Ashwin Retirement: भारत के नंबर 1 स्पिनर अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास…
रविचंद्रन अश्विन उन्होंने गाबा टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। अश्विन कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे थे और वहां इसकी घोषणा की। संन्यास से पहले अश्विन ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के साथ बैठे नजर आए थे। इस दौरान कोहली ने उन्हें गले भी लगाया था। अश्विन एडिलेड डे नाइट टेस्ट में टीम इंडिया का हिस्सा रहे थे।
अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में मौका मिला था, लेकिन उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। आगे शायद उनको मौका मिलने की उम्मीद कम है, क्योंकि ब्रिसबेन में रविंद्र जडेजा ने अच्छी बल्लेबाजी की।
रविचंद्रन अश्विन का इंटरनेशनल करियर
ऑफ स्पिनर अश्विन ने भारत के लिए कुल 287 मैच खेले हैं। इनमें से 106 टेस्ट मैचों में कुल 537 विकेट अपने नाम किए हैं। 200 पारियों में उनको गेंदबाजी करने का मौका मिला। वे 37 बार फाइव विकेट हॉल प्राप्त करने में सफल रहे हैं, जबकि 8 बार वे मैच में 10 या इससे ज्यादा विकेट निकालने में सफल रहे।
उनका बेस्ट बॉलिंग में 59 रन देकर 7 विकेट पारी में और मैच में 140 रन देकर 13 विकेट लेना है। वहीं, 116 वनडे इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने 156 विकेट चटकाए हैं। अश्विन को कभी भी वनडे क्रिकेट में फाइव विकेट हॉल नहीं मिला। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भी वे एक बार भी फाइफर नहीं निकाल सके। 65 मैचों में उनको 72 विकेट मिले।
रविचंद्रन अश्विन की बल्लेबाजी का जलवा
TATA IPL 2025 में चेन्नई के लिए खेलते दिखेंगे
अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू पांच जून 2010 को हरारे में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में किया था। वहीं, टी20 डेब्यू उन्होंने 12 जून 2010 को ही हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ किया था। अश्विन का टेस्ट डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में हुआ था। वह टेस्ट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने टेस्ट में 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीता है। इस मामले में वह मुरलीधरन की बराबरी पर हैं। अश्विन 2011 में वनडे विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। हालांकि, इसके बाद वह कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सके।
अश्विन टेस्ट में भारत का नियमित हिस्सा रहे हैं। हालांकि, वनडे में वह टीम से बाहर हैं। टी20 में उनका टीम में आना जाना लगा रहा है। 2021 और 2022 टी20 विश्व कप के स्क्वॉड में वह पहली चॉइस नहीं थे। हालांकि, किसी के चोटिल या अनफिट होने पर उन्हें शामिल किया गया। अब भारत का यह दिग्गज स्पिनर सिर्फ आईपीएल में खेलता दिखेगा। उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स ने अपनी टीम में शामिल किया है।
Ravichandran Ashwin Retirement: अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा
“यह भारतीय क्रिकेटर के रूप में सभी प्रारूपों में और इंटरनेशनल स्तर पर मेरा आखिरी दिन होगा। मुझे लगता है कि एक क्रिकेटर के रूप में मुझमें अभी भी कुछ दमखम बाकी है, लेकिन मैं क्लब स्तर के क्रिकेट में इसे उजागर करना और शायद दिखाना चाहूंगा, लेकिन यह आखिरी दिन होगा। मैंने अपने करियर का आनंद लिया है। मुझे कहना चाहिए कि मैंने अपने और अपने कई अन्य साथियों के साथ बहुत सारी यादें बनाई हैं, भले ही मैंने पिछले कुछ वर्षों में उनमें से कुछ को खो दिया हो।”
Ravichandran Ashwin Retirement: अश्विन ने एक्स पोस्ट पर लिखा
“बहुत सोचने के बाद, मैंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है, जो अविस्मरणीय क्षणों से भरी हुई है। मेरे साथियों, कोचों, बीसीसीआई और सबसे महत्वपूर्ण रूप से प्रशंसकों को उनके अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद। आगे नई चुनौतियों का इंतजार है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट हमेशा मेरे दिल में एक खास जगह रखेगा।”
अश्विन पढ़ाई में काफी तेज थे
38 साल के रविचंद्रन अश्विन का जन्म 17 सितंबर 1986 को चेन्नई के मायलापुर में हुआ था। उनके पिता रविचंद्रन खुद एक क्लब क्रिकेटर और तेज गेंदबाज थे। अश्विन पढ़ाई में भी काफी तेज थे। उन्होंने चेन्नई से स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से IT में ग्रेजुएशन किया। हालांकि, उन्होंने इंजीनियरिंग को अलविदा कह क्रिकेट को अपना जुनून बना लिया।
रविचंद्रन अश्विन के करियर के 5 बड़े रिकॉर्ड
- रविचंद्रन अश्विन भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। उन्होंने 106 टेस्ट में 537 विकेट झटके हैं।
- भारत के लिए एक पारी में सबसे ज्यादा बार 5 विकेट का रिकॉर्ड भी रविचंद्रन अश्विन के नाम है। उन्होंने यह कारनामा 37 बार किया है।
- सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन में श्रीलंका के दिग्गज मुथैया मुरलीधरन के बराबरी की हुई है। दोनों ने 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता है।
- स्पिनर का बेस्ट बॉलिंग स्ट्राइक रेट टेस्ट में (200 प्लस विकेट) रविचंद्रन अश्विन के नाम है। उनका स्ट्राइक रेट 50.7 का है
- भारत के लिए टेस्ट में सबसे तेज 300 विकेट का रिकॉर्ड रविचंद्रन अश्विन के नाम है। उन्होंने यह कारनामा 54 मैचों में किया था। श्रीलंका के खिलाफ 2017 में यह उपबलब्धि अश्विन ने हासिल की थी।
क्या और टेस्ट खेल सकते थे अश्विन?
38 साल की उम्र में अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही टेस्ट सीरीज में कमाल किया था और मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता था. ऐसे में अश्विन कुछ और टेस्ट खेल सकते थे. लेकिन टीम इंडिया उन्हें रेड बॉल में कितना मौका देती सबसे बड़ा सवाल यही था. 18 महीने पहले जब अश्विन ने रिटायरमेंट का प्लान किया था, आखिरकार वो दिन ऑस्ट्रेलिया में आया. बता दें कि अश्विन गुरुवार को घर पर आ जाएंगे. ऐसे में कहा जा रहा है कि वो डोमेस्टिक टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने पहले भी कहा था कि वो अपनी डोमेस्टिक रणजी टीम तमिलनाडु के साथ खिताब जीतना चाहते हैं. अश्विन यहां आईपीएल में भी चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खेलने के लिए तैयार हैं.