बिंदिया रानी सोरोखैबरम की बायोग्राफी

HELLO- दोस्तों आज में बात बताने जा रहा हूँ। बिन्दयरानी सोरोखैबम की बायोग्राफी जिन्होने भारत का सिर गर्व से ऊंचा किया आज हम उनके जीवन के बारे में बताया जायेगा इस ब्लॉग में उनका जन्म , जन्मस्थान ,उनके माता पिता और भाई और बहान और उनके उपब्धियां के बारे में बताये गे।

 

बिन्दयरानी सोरोखैबरम की बायोग्राफी

बिन्दयरानी सोरोखैबम का परिचय

पूरा नाम – बिन्दयरानी देवी सोरोखैबम
जन्म – 27 जनवरी 1999 में इम्फाल वेस्ट मणिपुर इंडिया
लम्बाई – 4.9 फुट/144 इंच
वजन – 55 किलोग्राम

माता का नाम – एस. इबेम्चा देवी (जो कीमंदिर में पुजारी हैं.)
पिता का नाम –सोरोखैबम राजेन सिंह (वे छोटे किसान हैं और वो छोटी सी दुकान चलते हैं। )
भाई और बहन – इनके एक बड़े भाई– सोरोखैबम सूरज सिंह
और एक इनकी बड़ी बहन और एक छोटी बहन है इनके बड़े भाई और बड़ी बहन के शादी हो चुकी है.
वैवाहिक जीवन – अविवाहित

बिंदिया रानी देवी नेट वर्थ – अभी तक ज्ञात नहीं है।

वेटलिफ़्टिंग कोच- विजय शर्मा

बिन्दयरानी सोरोखैबरम की बायोग्राफी

पदक

  गोल्ड पदक
• वर्ष 2016 में IWLF युवा नागरिक (भुवनेश्वर) में 151 किग्रा (65 किग्रा स्नैच + 86 किग्रा क्लीन एंड जर्क) में
• वर्ष 2019 में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप (अपिया) में 183 किग्रा (78 किग्रा स्नैच +105 किग्रा क्लीन-एंड-जर्क) में
• वर्ष 2019 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स अंडर-21 (पुणे) में 55 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में कुल 179 किग्रा वजन के साथ
• वर्ष 2021 में विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप (ताशकंद) में 55 किग्रा महिला वर्ग की कैटेगरी में 114 किग्रा क्लीन एंड जर्क के साथ
• वर्ष 2022 में खेलो इंडिया महिला लीग प्रतियोगिता (नगरोटा बगवां) में
• वर्ष 2021 में IWLF यूथ जूनियर और सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप (पटियाला) में 55 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में 185 किग्रा (78 किग्रा स्नैच + 107 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के कुल भार के साथ जीता था

सिल्वर पदक
• 2016 राष्ट्रमंडल जूनियर चैंपियनशिप में
• 2019 IWLF सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप (विशाखापत्तनम) में
• 2021 राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप (उज़्बेकिस्तान) में
• वर्ष 2022 में बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल महिलाओं के 55 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में कुल वजन 202 किग्रा (86 किग्रा स्नैच +116 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के साथ
. 194 किग्रा ने महिला 55 किग्रा वर्ग में भारोत्तोलन सीनियर एशियाई चैंपियंस 2023 में भारत का पहला पदक जीता

कांस्य पदक
• वर्ष 2018 में मूदबिद्री में होने वाले वरिष्ठ नागरिक 53 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में कुल 178 किग्रा भार के साथ जीता था

बिन्दयरानी देवी सोरोखैबम की रोचक बातें
. भारतीय भारोत्तोलक मणिपुरी मीराबाई चानू से प्रेरित होकर उन्होंने भारोत्तोलक खेलना चालू किया था बिंदिया रानी ने इंफाल में SAI नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल सेंटर में एक भारोत्तोलक प्रशिक्षण के रूप में अपनी यात्रा शुरू की उन्होंने अपने मेहनत और अपने कोच विजय शर्मा के प्रशिक्षण में वो यहाँ तक पहुंची है।

. बिंदिया रानी देवी पहले से खेल के प्रति लगाव लगाव था वह पहले वो ताइक्वांडो खिलाड़ी के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने 2008 से 2012 तक ताइक्वांडो प्रतियोगिताओं में प्रशिक्षण लिया और प्रतिस्पर्धा भी की

.उन्होंने अपनी पहली प्रतियोगीता वर्ष 2016 में भुवनेश्वर में होने वाले  यूथ IWLF – भारतीय भारोत्तोलन महासंघ नेशनल्स में भारोत्तोलन जिसमें उन्होंने 53 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में भाग लिया।

सीनियर एशियाई चैंपियंस 2023 जीत के बाद दैनिक भास्कर को दिए गए इंटरव्यु में कुछ बातें

बिन्दयरानी सोरोखैबरम की बायोग्राफी

                                                      ” मुझे तो मेरा पुराण मणिपुर और गाँव चाहिए
                                                         जहाँ पर सब लोग मिल कर रहते थे को
                                                               प्लीज मेरा पुराण मणिपुर लोटा दो,,

 

 

1 बिंदिया रानी देवी का जीवन परिचय

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