HELLO – दोस्तों आज हम बात करेंगे की भारत के नंबर 1 फुटबॉलर कौन हैं भारत में फुटबॉलर की बात करें तो भारत में एक से एक समय – समय पर अच्छे खिलाड़ी निकले हैं, जिसमे गौलकीपर और ऑल राउंडर भी रहे है , इस ब्लॉग में हम अप को पूरी जानकारे प्रदान देंगे |
भारत के नंबर 1 फुटबॉलर कौन हैं ?(Who is India’s number 1 footballer?)
1. सुनील छेत्री(Sunil Chhetri) – सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 में एक क्षत्रीय परिवार में हुआ था , वो सिकंदराबाद आंध्र प्रदेश में जन्म हुआ था वह इंडिया फुटबॉल टीम के और इंडिया सुपर लीग के लिए बेगलूरु टीम के से खेलने के लिए कप्तान रहे हैं ववो इंडिया के सबसे ज्याद लोकप्रिय कप्तान में से एक कप्तान हैं वो एक स्ट्राइकर के रम में जाने जाते हैं वो इंडिया के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने हैं और वो दुनिया के सबसे ज्यादा गोल करने की लिस्ट में वो तीसरे नंबर पर है |
उन्होंने अभी तक भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए 72 गोल किए है ओए टोटल 112 गोल कीए हैं , उन्होंने 2013 में वह अतंराष्ट्रीय 50 गोल करने वाले पहले भारती खिलाड़ी हैं और उन्होंने 2021 में सुनील छेत्री ने चैम्पियनशिप में नेपाल के खिलाफ गोल दागने के बाद वो ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले के वरावरी कर ली थी , वहीं 2021 में लियोन मैसी को भी पीछे छोड़कर वो सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में दूसरे नंबर पर भी आ गये थे | सुनील छेत्री को AFC द्वारा उनके 34 वें जन्मदिन पर “ एशियाई आइकन ,, प्रदान किया था इस लिए उनको भारत के नंबर 1 फुटबॉलर हैं |
2. वाईचुंग भूटिया(Baichung Bhutia) – वाईचुंग भूटिया का जन्म (15 दिसम्बर 1976) सिक्किम भूटिया वंश में हुआ था , जो स्ट्राइकर के रूप में खेलते है वह भी भारत के प्रिसिध्द खिलाड़ी में से जाना जाता हैं , वो फुटबॉल में उनके शूटिंग कौशल की वजह से उन्हों “ सिक्किमी स्प्रियर ’’ नाम दिया जाता है अपने 16 साल के करियर में उन्होंने 100 से ज्यादा मैच खेलें और जिसमे 43 गोल किए जो उस समय अपने आप में एक रिकॉर्ड था |
उनकी कप्तानी में भारत ने तीन वार “ सैफ कप ” जीता , और दो वार “ नेहरू कप ” और 2008 में AFC चैलेंस जीता था , जिसका बाद भारत के 1984 के बाद पहली वार एशिया कप जीता था , वो साल 1999 में भूटिया ने इग्लिश क्लब बरी के साथ करार किया और यूरोप क्लब के साथ करार करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे इस लिए वो भारतीय के नंबर 1 खिलाड़ी थे , उनको भारत के सुप्रसिध्द खिलाड़ी I.M. VIJAY ने भूटिया के “ भारतीय फुटबॉल के लिए भगवान का उपहार बताया था ” |
3.पीटर थंगराज(PETAR Thangaraj) – पीटर थंगराज का जन्म (24 दिसंबर 1935 – 24 नवम्वर 2008) यह एक भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी और भारतीय सेना के अधिकारी थे , वो 1956 मेलबर्न और 1960 रोम ओलपिंक मे भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए खेला 1958 में उन्हें एशिया का सर्वश्रेष्ट गोलकीपर चूना गया था ,उन्होंने 1969 – 70 में टीम की कप्तानी भी वह वर्षो में क्लब के लिए पहली पसंद के गोलकीपर थे , उन्हें 1958 में एशिया का सर्वश्रेष्ट गोलकीपर नामित किए गया था और 1967 में अर्जून पुरस्कार से सम्मानित किया था |
4. शैलेन्द्र नाथ मन्न(Shaelendra Nath Mann) – शैलेन्द्र नाथ मन्न का जन्म (1 सितंवर 1924 – 27 फरवरी 2012) जिनका उपनाम सैलेन मन्न नाम से जाना जाता है , वो भारत के प्रसिध्द खिलाड़ी से में गिना जाता हैं | जिन्होंने 1948 और 1956 के बीच भारत की राष्ट्रीय टीम के कप्तान बने थे वो दुनिया के 10 सर्वश्रेष्ट कप्तानो में शामिल किया था , अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने वर्ष 2000 में उन्होंने “ फुटबॉल ऑफ द मिलेनियम ” चूना था |
5. शब्बीर अली(Sabbir Ali) – शब्बीर अलीका जन्म (26 जनवरी 1956) वो अब तक एक भारतीय फुटबॉल प्रवन्धक और पूर्व प्रसिध्द खिलाड़ी है शब्बीर अली ने अंतराष्ट्रीय मैच में 23 गोल किए और चुन्नी गोस्वामी , पी .के. बनर्जी , इन्दर सिंह और वाइचूंग भूटिया से आगे भारत के सर्वकालिक शीर्ष स्कोर में से एक बने हैं 1976 में मर्डेका इंटरनेशनल फुटबॉल मैच में शब्बीर अली ने पहले 35 मिनट में हैट्रिक बनाई जो इंडोनेशिया के खिलाफ किया था जो हैट्रिक जो सबसे तेज हैट्रीक बनाई थी भारत में अभी तक 5 वार खिलाड़ी हैट्रीक बनायी हैं | उनको 2011 में भारत सरकार द्वारा उन्होंने हॉकी और भारत का सर्वोच्च पुरस्कार “ ध्यानचंद पुरस्कार” से सम्मानित किया था | इस लिए वो भारत के नंबर 1 फुटबॉलर हैं |
6. गुरप्रीत सिंह संधू (Gurpreet Singh Sandhu) – गुरप्रीत सिंह संधू का जन्म (3 फरवरी 1992) को पंजाब के मोहाली शहर में हुआ था वो भारत राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में एक पेशे से गोलकीपर के रूप में खेलते हैं ,ये भारत के पांचवे खिलाड़ी है जो शीर्ष श्रेणी के यूरोप क्लब की पहली टीम के लिए मैच खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी है ,इस लिस्ट में खिलाड़ी के नाम – मोहम्मद सलीम , बाईचुंग भूटिया , सुनील छेत्री ,सुब्रत पाल ये सब यूरोप पेशेवर रूप से खेले और ये गुरप्रीत सिंह यूईएएफ यूरो[प लीग में खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं ये नेशन टीम की तरफ से गुरप्रीत सिंह संधू फीफा वर्ल्ड कप में 2022 क्वालीफायर्स में खेल चूकें हैं , उनको 2019 की सरकार ने अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया था और दो वार उनको इंडिया सुपर लीग में उनको गोल्डन ग्लब्स जीता था |