HELLO – आज बात करेंगे की भारत के सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी कोन से हैं, की कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के कारण जो दुनिया में बड़ा बदलाव ला रहे हैं, बैडमिंटन भारत के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक बन गया है। भारत का सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी अक्सर इस प्रतिभा समूह के बीच असहमति का विषय होता है। इस लेख में, हम भारत के कुछ सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ियों के करियर, उपलब्धियों के बारे में पता लगाएंगे, और उन लोगों पर प्रकाश डालेंगे जो वास्तव में इस सम्मान के हकदार हैं।
भारत के सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी (India’s best Badminton players)
1. पीवी सिंधु: ट्रेलब्लेज़िंग स्टार
पुर्सला वेंकट सिंधु, जिन्हें पी.वी. के नाम से भी जाना जाता है। सिंधु, भारतीय बैडमिंटन में एक मशहूर नाम हैं। हैदराबाद से आईं सिंधु ने अपनी असाधारण प्रतिभा और अटूट विश्वास से देश को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता, जिससे वह बैडमिंटन इतिहास में ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण दिन था। सिंधु ने अपने निरंतर प्रदर्शन और कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में अपने खेल की बदौलत खुद को भारत के सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी के खिताब के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। वह अपनी आक्रामक खेल शैली और मानसिक शक्ति के कारण कोर्ट पर एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 2013 में विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप भी जीती थी, वो ऐसा करने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थी |
प्रमुख पुरस्कार और उपलब्धियां :
- अर्जून पुरस्कार (2013)
- इंडिया ऑफ दा ईयर (2014)
- फिक्की ब्रेकथ्रू स्पोर्ट्सपर्सन (2014)
- पद्म श्री पुरस्कार (2015)
- ओलंपिक रजत पदक( रियो ओलंपिक 2016)
- राजीव खेल रत्न पुरस्कार (2016)
2. कदंबी श्रीकांत:The Dynamic Challenger
किदांबी श्रीकांत, जो भारत के आंध्र प्रदेश के गुंटूर से हैं, भारत में सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी कौन है, इस चर्चा में एक और महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। श्रीकांत का करियर शानदार रहा है, जिसमें कई मुकाबले में जीतें शामिल हैं। उन्होंने 2014 में चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब जीता और इस मील के पत्थर तक पहुंचने वाले पहले पुरुष भारतीय खिलाड़ी के रूप में इतिहास रचा। वो ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने पदार्पण के दो साल बाद ही वो 2018 विश्व के नंबर 1 खिलाड़ी बन गये थे
श्रीकांत की आक्रामक शैली और शुरू से ही खेल को निर्देशित करने की उनकी क्षमता की प्रशंसकों और विशेषज्ञों ने प्रशंसा की है। BWF सुपर सीरीज टूर्नामेंट में उनका शानदार प्रदर्शन रहा है , जहां उन्होंने कई खिताब जीते, उन्हें भारत के सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक के रूप में स्थापित करता है।
प्रमुख पुरस्कार और उपलब्धियां :
- अर्जून पुरस्कार (2015)
- साउथ एशियन गेम्स गोल्ड (सिंगल्स, 2016)
- CNN – IBN इंडिया ऑफ दा ईयर (2017)
- कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड (मिश्रित टीम, 2018)
- राष्ट्र मंडल खेल रजत एकल (2018)
- पद्म श्री पुरस्कार (2018)
3. साइना नेहवाल: The Veteran Champion
भारत की सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी की चर्चा होने पर हमेशा साइना नेहवाल का जिक्र किया जाता है। नेहवाल, जो हरियाणा से हैं, लचीलेपन और दृढ़ संकल्प का उदाहरण देते हुए।
नेहवाल ने BWF विश्व चैंपियनशिप में कई पदक और 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है। वह वर्ल्ड के नंबर 1 वाली एकमात्र भारतीय महिला खिलाड़ी भी है उन्होंने अपने करियर में 24 किताब जीते है, एक दुर्जेय शक्ति के रूप में उनकी स्थिति कठिनाइयों पर काबू पाने और दुनिया भर में लगातार असाधारण प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता से मजबूत हुई है।
प्रमुख पुरस्कार और उपलब्धियां :
- अर्जून पुरस्कार (2009)
- राजीव खेल रत्न पुरस्कार (2009)
- पद्म श्री पुरस्कार (2010)
- BWF मोस्ट प्रमियम प्लेयर ऑफ द ईयर (2008)
- ओलपिंक कांस्य (एकल, 2012)
- BWF विश्व चैंपियनशिप रजत (2015)
- पद्म भूषण (2016)
- BWF विश्व चैंपियनशिप रजत (2017)
- राष्ट्र मंडल खेल स्वर्ण (एकल, 2018)
- कोमनावेल्थ गेम्स गोल्ड (मिश्रित टीम, 2018)
- राष्ट्र मंडल खेल स्वर्ण (एकल, 2018)
4. प्रकाश पादुकोण
प्रकाश पदुकोण एक भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी थे जिन्हें भारतीय बैडमिंटन इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। वह 10 जून, 1955 को कर्नाटक में हुआ था। अपने करियर के दौरान, पादुकोण ने कई पुरस्कार जीते, जिनमें से एक 1980 में ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतना था, ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय बने।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की कई पीढ़ियाँ पादुकोण की सफलता से प्रेरित हुईं, जिसने इस खेल को लोकप्रिय बनाया। प्रतिस्पर्धी खेल से संन्यास लेने के बाद भी वह बैडमिंटन समुदाय का हिस्सा बने रहे, दूसरों को कोचिंग देते रहे और प्रोत्साहित करते रहे। बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण उनके पिता हैं। प्रकाश पादुकोण के काम का भारतीय बैडमिंटन और अन्य खेलों पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा है।
प्रमुख पुरस्कार और उपलब्धियां :
- अर्जून पुरस्कार (1972)
- एशियन गेम्स ब्रोन्ज (टीम ,1974)
- कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड (एकल ,1978)
- वर्ल्ड ग्रां. प्री. गोल्ड (एकल ,1979)
- ओल इंग्लैंड ओपन (एकल ,1980)
- वर्ल्ड कप गोल्ड (एकल ,1981)
- पद्म श्री (1982)
- विश्व चैम्पियनशिप कांस्य (एकल , 1983)
- एशियन गेम्स ब्रोन्ज (टीम, 1986)
5. फुलेला गोपीचंद
फुलेला गोपीचंद एक भारतीय बैडमिंटन कोच और पूर्व खिलाड़ी हैं। गोपीचंद का जन्म 16 नवंबर 1973 को आंध्र प्रदेश, भारत में हुआ था। वह एक अच्छे खिलाड़ी थे और उन्होंने अपने करियर के दौरान कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट जीते। 2001 में, उन्होंने ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती। प्रकाश पादुकोण के बाद फुलेला गोपीचन्द्र ऑल इंग्लेंड चैम्पियनशिप किताब जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी बने |
प्रतिस्पर्धी खेल से संन्यास लेने के बाद गोपीचंद ने अपना ध्यान कोचिंग की ओर लगाया। उन्होंने भारत के हैदराबाद में गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी की स्थापना की, जिसने कई विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार किए हैं। साइना नेहवाल, पीवी सिंधु और किदांबी श्रीकांत उनके प्रमुख एथलीटों में से हैं जिन्होंने महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सफलता हासिल की है।गोपीचंद के कोचिंग कार्य ने भारतीय बैडमिंटन को वैश्विक प्रतिष्ठा हासिल करने में मदद की है। उनके समर्पण के लिए उनकी बहुत प्रशंसा की जाती है।
प्रमुख पुरस्कार और उपलब्धियां :
- कोमनावेल्थ गेम्स सिल्वर (टीम, 1998)
- राष्ट्र मंडल खेल कांस्य (एकल, 1998)
- अर्जून पुरस्कार (1999)
- राजीव खेल रत्न पुरस्कार (2001)
- ओल इंग्लैंड ओपन (एकल, 2001)
- पद्म श्री (2005)
- द्रोणाचार्य पुरस्कार (2009)
- पद्म भूषण (2014)
6. नंदू नाटेकर
नंदू नाटेकर एक भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी थे जो 1950 और 60 के दशक में बहुत प्रसिद्ध हुए। वह 7 अक्टूबर, 1933 को सांगली, महाराष्ट्र, भारत में इस दुनिया में आए और 28 जुलाई, 2021 को उनका निधन हो गया। नाटेकर भारत के महानतम बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक थे और अपने समय के दौरान इस खेल को लोकप्रिय बनाने में उनका बड़ा योगदान था। 1956 में, कैनेडियन ओपन में पुरुष एकल का खिताब जीतकर, नंदू नाटेकर अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने। कई राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतीं और कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत के लिए खेले।
अपने पूरे करियर के दौरान, नंदू नाटेकर का भारतीय बैडमिंटन के विकास और उन्नति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। उन्होंने प्रेरित किया , उनको भारत का “गुड ऑफ इंडिया बैडमिन्टन” कहा जाता था उन्होंने कुल 100 से भी अधिक अन्तराष्ट्रीय और राष्ट्री ख़िताब जीते थे उन्होंने बैंडमिन्टन प्रतिभाओ को तैयार कराने के लिए एक अकादमी “NSF नाटेकर स्पोर्ट्स एंड फिटनेस” की स्थापना की थी |
प्रमुख पुरस्कार और उपलब्धियां :
- अर्जून पुरस्कार (1961)
- IBF सेवा पुरस्कार (1989)
- लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार (2001)
- सह्मद्री नवरत्न पुरस्कार (2002)
FAQ:
Q.1: भारत के प्रथम बैडमिंटन खिलाड़ी कौन थे?
ANS: भारत के प्रथम बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण को कहा जाता है उन्होंने भारत के लिए पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने 1980 में ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतना था |
Q.2: बैडमिंटन को हिंदी में क्या कहा जाता है?
ANS: बैडमिंटन को हिंदी में “चिड़िया-बल्ले” कहा जाता हैं |
Q.3: बैडमिंटन का भगवान कौन है?
ANS: नंदू नाटेकर एक भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी थे उनको भारत का “गुड ऑफ इंडिया बैडमिन्टन” कहा जाता था,उन्होंने कुल 100 से भी अधिक अन्तराष्ट्रीय और राष्ट्री ख़िताब जीते थे |